Aliya khan

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चाँद के पार भाग - 16





दीपिका का जन्मदिन 



पलक, रवि, सामीर और सिमरन कैंटीन में बैठ कर गपशप कर रहे थे पलक भी आप पहले की तरह सिमरन से बाते कर रही थी!



 इस मे सिमरन की क्या गलती थी अगर वो आयुष्मान से प्यार करती थी सिमरन उसकी अच्छी दोस्त थी उसने अपनी ज़िंदगी मे इस सच को अपना लिया था! " कब तक इस सच से" भागती वो, प्यार की परिभाषा ही त्याग और समर्पण है! 


दोनो को फिर से इतना करीब देख कर रवि ने भी राहत की साँस ली चलो अच्छा है कि पलक इन सब से बाहर निकल गयी नही तो न जाने और क्या क्या हो सकता है उसकी ज़िंदगी मे कही "इस प्यार के चक्कर मे" अपने सभी अनमोल रिश्ते खो देती,,,,,,



सामीर फ़ोन चलते हुए एक दम से चीखा जिससे सभी उसको घूर कर देखने लगे,,,,,,


पलक सामीर को मारते हुए बोली क्यों इतनी तेज चिल्लाया हम सब यही बैठे है सात समुंद्र पर गए है तो तू पहाड़ की चोटी पर खड़ा हो कर जोर जोर से चिल्ला रहा है ये सोचकर कि शायद तेरी आवाज़ आवाज़ हमारे कानो में पहुँच जाए ,,,,



सामीर अपना फोन पलक को दिखाते हुए बोला "अरे भूतनी" ये देख कल क्या है अभी तू भी पहाड़ की चोटी पर चढ़ने वाली है,,,,


जैसे ही पलक की नज़र फोन की स्किरिन पर गयी वो भी चिल्लाई ओर अपने सर पर खुद ही मरते हुए बोली, हे भगवान इतनी बड़ी गलती कैसे हो गयी मुझसे इस्कू पता लगा ये तो मेरा मर्डर ही कर देगी,,,,,,,



सामीर बोला अब तू क्यों चोटी पर चढ़ गई अभी मुझे तो सुना रही थी ये कहते हुए उसने अपनी कुर्सी को थोड़ा सा अपने पैरों से पीछे करते हुए बोला,,,,,,,



रवि ओर सिमरन दोनो उन दोनों को बड़ी ही हैरानी से देख रहे थे अरे हंमे भी तो बताओ कि आखिर हुआ क्या है,,,,,



सामीर ने अपना फोन दोनो को दिखाते हुए बोला लो तुम भी देखो और मुस्कराने लगा तुम क्यों पीछे रहो,,,,,



रवि और सिमरन की नज़र जैसे ही फोन पर गई दोनो के हाथ खुद खुद अपने मुंह पर चले गए और बोले हां जी क्या हो गया इतनी बड़ी गलती हम सबसे कैसे हो गई,,,,,



कुछ में अगर दीपिका को यह पास पता चली तो वह हम सब को मर ही डालेगी,,,,,,



सिमरन बोली, ओह नो कल दीपिका के बर्थडे है और हम सब भूल गए उसके लिए कुछ सोचा सब कुछ न कुछ नही तो कल भूचाल आना पक्का है,,,,,,


सामीर बोला लो माताश्री को आप समझ में आया है,,,,


पलक अपने हाथ की एक उंगली को अपने चेहरे पर रखते हुए थोड़ा सोचते हुए भोली आईडिया मेरी दिमाग में,,,



बता बता क्या है सभी अपने अपने चेहरों को उसकी और करीब जाते हुए बोले,,,,,,



पलक बोली, देखो,,,,,,



सामीर बोला दिखाओ,,,,,



पलक उसे घूरते हुए ,,,,सामीर अपनी उंगली को अपने होठों पर रख लेता है,,,,,,


पलक बोलना शुरू करती है,,,,,,,



कल उसे कोई ही विश नही करेगा, रवि के माथे पर बल आ गए और वो बोला ये रास्ता बता रही है या आत्महत्या करवाने का सॉल्यूशन,,,,,,,


पलक झुंझलाते हुए बोलो, पहले तुम  पूरी बात सुन तो लो अभी बात पूरी ही कहाँ की है मैने अधूरी बात सुनते ही बीच मे ही बोल पड़े,,,,,,, 



रवि चुप हो कर पलक से बोला, बोल मेरी माँ क्या आईडिया है! 



पलक ने सब को अपना आईडिया बताया तो सब मुस्कुराने लगे,,,,,



रवि बोला छोरी में  दिमाग तो घाना है पर ये कभी कभी चले हे, रोज़ चाले तो इसकी गाड़ी पटरी पर ही रहेंगीं उतरेगी कोई न,,,,,


पलक तपाक से बोली, मेरा न रोज़ ही सही चलता है पर कुछ लोगो को दिखता नही,,,,,,



सभी हँसते हुए बोलते है चलो चलो अभी से काम पर लग जाओ टाइम नही है ज़्यादा,,,,,,,,




सामीर बोला ये कहाँ से टपक गयी इतनी जल्दी इसकी तो म्यूजिक क्लास थी न,,,,


पलक बोली, "कौन टपक गयी"


सामीर बोला, सामने देख खुद पता लग जायेगा,,,,,



पलक ने सामने से आती हुई दीपिका को देखा तो बोली लग गयी लंका ,,,,,,



जल्दी जल्दी खिसको नही तो ये बातों में उलझ देखी फिर हम सब अपना अपना काम कैसे करेंगे सामीर तेरा काम है इस्कू संभालना देख लियो तू,,,,,,



सब निकल लेते है बिना दीपिका की तरफ देखे,,,,,,,


सामीर अपने मन मे बोला, कमीने साले खुद तो चले आए मुझे छोड़ गए इस नागिन ले पास, जो अभी आते ही सवालों 

की दुकान सजा देगी, और अपनी नज़रों से ही मुझे डसती रहेगी, अब क्या जवाब दूंगा इसको ये लोग कहाँ गए है,,,,,,


दीपिका कुर्सी पर बैठते हुए बोली ये तीनो कहा चले गए,,,,,


सामीर थोड़ा अटकते हुए बोलता है! वो वो सिमरन के घर से फ़ोन आया था तो वो लोग उसे बाहर तक छोड़ने गए है! 


दीपिका हैरान होते हुए बोली, क्यों क्या हुआ है उसके घर पर सब ठीक तो है ,,,,,,


अब सामीर को समझने में कुछ नही आ रहा था कि अब क्या बोले वो दीपिका को वो अपने मन मे सब को गालियां देते हुए बोला रवि के बच्चे मुझे यहाँ छोड़ कर भाग गया अगर दीपिका के बर्थडे नही होता तो साले को अच्छा सबक सिखाता ,,,,,,



तभी दीपिका उस के आगे अपना हाथ हिलाते हुए बोलती है कहाँ खो गया ,,,,,,



सामीर अचानक से उसके हाथ को अपने हाथ मे लेता है और उसकी आँखों मे बड़े ही प्यार से देखता  है! 



दीपिका भी सामीर को ऐसा करते देख वो भी उसकी आँखों मे खो जाती है! 


दोनो एक दूसरे का हाथ पकड़े हुए आँखो ही आँखो में न जाने कितने सवाल एक दूसरे से करते है,,,,,,,,



सामीर बोलता है दीपिका "ओह मेरी प्यारी दीपिका" बहुत कुछ तुमसे कहना चाहता हूँ जब से तुम्हे देखा कोई और इस दिल को अब भाता है तुम ही मेरे दिल की वो चोरनी हो जिसने मेरे इस आवारा दिल को चुराया है! 



तेरे ही नाम से ये दिल धड़कता है!

तू नही दिखती तो ये बेचैन होता है! 


तुझे में कैसे बताऊँ इस दिल का हाल, 

तुझे खोने से बस ये दिल अब  डरता है! 



दीपिका बोलती है, एक बार बोल कर तो देखो सामीर सब कुछ छोड़ कर तुम्हारी बाहों में समा जाएगी ये दीपिका ,,,,



अचानक से एक लड़का भागते हुए उनकी मेज से टकराया जिस से दोनो ही अपनी ख्यालों की दुनिया से बाहर आए,,,,,


होश में आते ही दोनो का हाथ एक दूसरे से था ,,,,,,


एक झटके से दोनो ने ही अपने हाथों को अलग किया और अपनी नजरों को दूसरी तरह कर लिया,,,,,,


एक खामोशी सी छाई हुई थी दोनो के बीच मे, इस खामोशी को तोड़ते हुए बोला, कुछ खाओगी तुम ले कर आऊँ कुछ,,,,



दीपिका ने हा में जवाब दे कर अपना सर नीचे कर लिया,,,,,


सामीर तेज़ी से उठते हुए मेज के कोने से टकरा गया तो दीपिका की हँसी निकल जाती है तो सामीर उसे घूरता हुआ चला जाता है,,,,,,,




जारी है



आलिया खान





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4 Comments

Gunjan Kamal

24-Jun-2023 12:05 AM

👏👌

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Shnaya

23-Jun-2023 11:18 PM

V nice

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वानी

02-Jun-2023 04:16 PM

Nice

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